Sunday, December 19, 2010

सचिन तेंदुलकर ने यहां टेस्ट मैचों में शतकों का अ‌र्द्धशतक

सचिन तेंदुलकर ने यहां टेस्ट मैचों में शतकों का अ‌र्द्धशतक पूरा करके क्रिकेट जगत में नया इतिहास रच दिया। रिकॉर्ड 175वें टेस्ट मैच की 286वीं पारी खेलने वाले तेंदुलकर दुनिया के पहले बल्लेबाज हैं, जिन्होंने 50 टेस्ट शतक लगाए हैं। उनके नाम पर एकदिवसीय मैचों में 46 शतक दर्ज हैं और इस तरह से वह अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में शतकों का सैकड़ा पूरा करने के करीब हैं। इस 37 वर्षीय बल्लेबाज ने ऐसे समय में अपना 50वां सैकड़ा ठोका जब भारतीय टीम दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ पहले टेस्ट मैच में गहरे संकट में थी और उस पर पारी की हार का खतरा मंडरा रहा था। तेंदुलकर स्पिनर पॉल हैरिस की गेंद पर मिड ऑफ पर छक्का जड़कर नाइंटीज में पहुंचे और इसके बाद उन्होंने डेल स्टेन की गेंद पर कवर क्षेत्र में एक रन लेकर शतक पूरा किया। उनकी इस महान उपलब्धि का स्टेडियम में बैठे हजारों दर्शकों और भारतीय खिलाडि़यों ने ही नहीं बल्कि दक्षिण अफ्रीकी क्रिकेटरों ने भी तालियां बजाकर स्वागत किया। तेंदुलकर ने हमेशा की तरह शतक पूरा करने के बाद आसमान की तरफ देखकर ईश्वर का शुक्रिया अदा किया और दोनों हाथ हवा में लहराने के बाद दर्शकों का अभिवादन स्वीकार किया। तेंदुलकर ने इस साल 11 अक्टूबर को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ बेंगलूर में 214 रन की पारी खेलकर अपना 49वां शतक पूरा किया था और तब से उनके 50वें शतक का इंतजार बना हुआ था। तेंदुलकर यह उपलब्धि हासिल करने वाले न सिर्फ दुनिया के पहले बल्लेबाज बन गए हैं बल्कि इससे उनके और दूसरे नंबर पर काबिज ऑस्ट्रेलियाई कप्तान रिकी पोंटिंग (39) के शतकों के बीच 11 शतक का अंतर आ गया है। दक्षिण अफ्रीका के जैक्स कैलिस 38 शतक लगाकर तीसरे नंबर पर हैं। सेंचुरियन में अपनी शतकीय पारी के दौरान तेंदुलकर ने 2010 के कैलेंडर वर्ष में 1500 रन भी पूरे किए। वह इस साल इस मुकाम तक पहुंचने वाले पहले खिलाड़ी हैं। यह तेंदुलकर का एक कैलेंडर वर्ष में उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन भी है, जिसमें सात शतक भी शामिल हैं। तेंदुलकर दुनिया के उन कुछेक बल्लेबाजों में शामिल हैं, जिन्होंने टेस्ट खेलने वाले प्रत्येक देश के खिलाफ शतक लगाए हैं। उन्होंने सर्वाधिक 11 शतक ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ बनाए हैं। इसके बाद श्रीलंका (नौ शतक) , इंग्लैंड (सात), दक्षिण अफ्रीका (छह), बांग्लादेश (पांच), न्यूजीलैंड (चार) वेस्टइंडीज और जिंबाब्वे (तीन-तीन) तथा पाकिस्तान (दो शतक) का नंबर आता है। इनमें से उन्होंने 22 शतक भारतीय और 28 शतक विदेशी सरजमीं पर लगाए हैं। तेंदुलकर ने शतक पूरा करने तक 175 टेस्ट की 286 पारी में 56.86 की औसत से 14,502 रन बनाए थे।

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