Sunday, May 27, 2012

UPTET NEWS

सहारनपुर : कई विकल्पों पर मंथन और माथापच्ची के बाद आखिरकार टीईटी की मेरिट के फार्मूले पर मोहर लग गई है। मामले में सरकार द्वारा न्याय विभाग से मांगी गई 'राय' से यह संकेत मिले है। माना जा रहा है कि यदि सब कुछ अनुकूल रहा तो अगले सप्ताह प्रदेश सरकार फैसले का ऐलान कर सकती है।

प्रदेश सरकार के गले की फास बनी टीईटी प्रक्रिया के दिन फिरने के आसार नजर आने लगे है। मामले में शासन द्वारा गठित की गई दो समितियों में एक सचिव बेसिक शिक्षा व दूसरी मुख्य सचिव की अध्यक्षता में गठित की गई थी। सूत्रों का कहना है कि इनमें पहले कमेटी की राय टीईटी की मेरिट के अनुकूल नही थी जबकि दूसरी कमेटी की राय मेरिट प्रक्रिया के हक में रही। इसके बाद प्रदेश सरकार की ओर से टीईटी प्रक्रिया को रद्द न करने की बात सामने आई थी। अंतत: सरकार ने कानूनी उलझनों से बचने व अंतिम निर्णय के लिए करीब 14 दिन पहले मामला न्याय विभाग को 'राय' के लिए भेजा था।

तीन फार्मूलों पर मंथन

टीईटी पर निर्णय संबंधी मामला तीन फार्मूलों से होकर गुजरा। दो कमेटियों ने इन्हीं फार्मूलों पर विचार किया था। बताते है कि फार्मूला नं-3 को ही प्रक्रिया का आधार बनाने की सहमति दी गई। न्याय विभाग के पास राय के लिए मामला रेफर करने के पीछे भी यही प्रमुख कारण था।

आधार ने दी मजबूती

जानकार सूत्रों का कहना है कि तत्कालीन प्रदेश सरकार ने मंत्रिमंडल के सामूहिक निर्णय के बाद ही टीईटी के पात्रता के आधार को बदलकर उसकी मेरिट में बदलने का निर्णय लिया था। और यह निर्णय अकाट्य है।

फार्मूला-1

इसमें विशिष्ट बीटीसी की तर्ज पर हाईस्कूल, इंटर, स्नातक व बीएड के प्राप्तांकों को जोड़कर मेरिट बनाई जानी थी।

फार्मूला-2

इसमें स्नातक व बीएड के प्राप्तांकों का 25-25 प्रतिशत तथा टीईटी के प्राप्तांकों का 50 प्रतिशत जोड़ा जाना था।

फार्मूला-3

इसमें टीईटी की मेरिट के आधार पर सीधे नियुक्ति दिए जाने का प्रावधान है। बता दें कि यह प्रक्रिया तत्कालीन सरकार द्वारा पहले ही घोषित की गई थी।

और फार्मूले पर लगी मोहर?

विभागीय सूत्रों के मुताबिक न्याय विभाग से मांगी गई राय की रिपोर्ट सरकार को मिल चुकी है। इसमे फार्मूला नं-3 पर मोहर लगने के संकेत है। यदि सब कुछ अनुकूल रहा तो सरकार मामले पर अगले सप्ताह अपने फैसले का ऐलान कर सकती है। बताते है कि निकाय निर्वाचन की अधिसूचना घोषणा में आड़े नही आएगी। प्रक्रियानुसार नियुक्ति में डेढ़ से दो माह का समय लग सकता है।

आवेदक के पास उपलब्ध प्रमाण

1-ओएमआर शीट की कार्बन प्रति

2-टीईटी का अंक प्रमाणपत्र

3-इंटरनेट की आंसरशीट

4-परीक्षा की प्रश्न पुस्तिका

मूल ओएमआर से मिलान

यदि प्रदेश सरकार टीईटी की मेरिट के आधार पर नियुक्ति प्रक्रिया करती है तो आवेदक के पास मौजूद ओएमआर शीट की कार्बन प्रति का एजेंसी के पास मौजूद मूल ओएमआर शीट से मिलान किया जायेगा। मिलान में इंटरनेट की आंसरशीट भी आधार बनेगी। यदि आवेदक की ओएमआर शीट के मिलान में गड़बड़ी मिलती है तो उसे प्रक्रिया से बाहर कर दिया जायेगा।

see: http://in.jagran.yahoo.com/news/local/uttarpradesh/4_1_9306070.html

Friday, May 18, 2012

सतगुरू और आला फकीर बाबा जय गुरुदेव अपने धाम को चले गए

मथुरा, जागरण संवाददाता: सतगुरू और आला फकीर बाबा जय गुरुदेव शुक्रवार रात ब्रंालीन हो गए। उन्होंने रात लगभग 9.30 बजे अपने आश्रम में अंतिम सांस ली। वह 116 वर्ष के थे और पिछले काफी समय से अस्वस्थ चल रहे थे। बाबा के निधन की खबर सुनकर उनके लाखों अनुयायी शोकाकुल हो गए। यहां आश्रम में बहुत से तो फूट-फूटकर रोने लगे। रात 10.30 बजे हाईवे किनारे स्थित आश्रम में घोषणा की गयी कि बाबा अपने धाम को चले गए। उनका पार्थिव शरीर आश्रम में भक्तों के दर्शनों को सुबह रखा जाएगा। वैसे रात में भी उनके भक्तों का तांता आश्रम स्थित कक्ष में दर्शनों को लगा रहा। अंतिम संस्कार से पहले आश्रम में उनका पार्थिव शरीर तीन दिन के लिए दर्शनार्थ रखा जाएगा। चिकित्सकों के अनुसार बाबा जय गुरुदेव को कफ, फेफड़े में पानी भरने और हार्ट संबंधी दिक्कतें थीं। उनका इलाज कभी स्थानीय तो कभी आगरा, दिल्ली, गुड़गांव और मुंबई के चिकित्सकों ने किया, लेकिन छह मई को उनकी तबियत ज्यादा बिगड़ गई थी। डॉक्टरों की सलाह पर बाबा आठ मई को गुड़गांव स्थित मेदांता अस्पताल में भर्ती कराये गये थे। आश्रम पर उपस्थित अनुयायियों के अनुसार, बाबा की इच्छा और डॉक्टरों की सलाह पर वह मेदांता अस्पताल की आइसीयू एंबुलेंस से शुक्रवार दोपहर बाद तीन बजे आश्रम लाए गए थे। यहां उन्हें चार-पांच घंटे वेंटिलेटर पर रखा गया। साथ आए दिल्ली और गुड़गांव के कई विशेषज्ञ डॉक्टर उनके स्वास्थ्य की गहन निगरानी कर रहे थे।

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Friday, May 11, 2012

JPSC Admit Card Download 2012 | Download JPSC Admit Card 2012 Mains Exam

JPSC Admit Card Download 2012 | Download JPSC Admit Card 2012 Mains Exam :

1.JPSC Mains Exam Admit card download will be available for written examination (WE) on 25th May 2012. Qualified candidates in JPSC 4th CCS PT examination can download JPSC Admit card 2012 for 4th Combined Civil Service Main Examination 2012.
2.Download JPSC Mains Exam Admit card 2012

 www.jpsc.gov.in/admitcard/index.php
entering their 4th CCS (PT) roll number.
3.JPSC Admit card 2012 for 4th Combined Civil Service Main Examination 2012 is updated @ www.jpsc.gov.in official website of Jharkhand Public Service Commission.

Thursday, May 10, 2012

India Facts An Overview

        Indian landmass has an area of Over 12, 69,219 sq miles (32, 87,263 sq km) of which 10,861 sq miles are included in seven Union Territories and the rest in the 28 states. It expanses 3214 km north to south, 2933km east to west. As per the geographic location is concerned, India is situated at latitude 8.4'N to 37.9'N and longitudinally between 68.7'E to 97.25'E.
 
There 638365 villages, which consist of 74 per cent of total population.
 
The population stood over 121 million (in 2011), which 16 per cent to world population. Population density of India is 386. Hindus constitute 80.44 per cent; Muslims constitute 13.42 per cent and other 6.14 per cent of total population.
 
Per Capita Annual Income in India is Rs 36003.
 
Getting into literacy, 74.09 per cent populations is literate and has life expectancy of 65.2 years.
 
Every man and women of 18 years and above is an elector for the House of the people and Legislative assembly. During the fifth general elections in 1971, the number of persons on the electoral roll was 190 million, which is more than that of the population of USA or the former USSR. On the revision of the electoral roll, the number mounted up to 361 million and as result of voting age limit to 18 it further increased up to 490 million. In 1996 it was recorded 590 , 2004 it was 675 million and in 2009 was 714 million.
 
General Election have been held in 1952, 1957, 1967, 1971, 1977, 1980, 1984, 1989, 1991, 1996, 1998, 1999, 2004 and 2009.
 
The constituent assembly had its first sitting on 9.12.1946.
 
The draft constitution of India, which was prepared by the drafting committee of the constituent assembly and presented by the president of the constituent assembly on 21.2.1948, contained 315 Articles and 8 Schedules.
 
The constitution of, as adopted on 26.11.1949, contained 395 Articles and 8 Schedules.
Up to December 2010, the constitution amends numbered 95. Amendment procedure refers to Article 368 of the constitution.